Monday, February 12, 2018

रोज एक शायरी

दुनिया में जब आप जैसे अच्छे लोग है,
फिर क्यों मैं बुरे लोगों के बारे में सोचूं।

©®रामकृष्ण डोंगरे तृष्णा


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