Tuesday, May 20, 2008

पत्रकार एवं साहित्यकार बाबा स्व. श्री संपतराव धरणीधर


पलंग पर लेटे हुए बाबा धरणीधर के साथ हनुमंत मनगटे और दामोदर सदन .

पत्रकार एवं साहित्यकार बाबा स्व. श्री संपतराव धरणीधर


जन्म १० मार्च , १९२४ और निधन १५ मई , २००२

रचनाए
- गजल संग्रह " किस्त किस्त जिंदगी "
कविता और लोकगीतों का संग्रह " महुआ केशर "
कविता संग्रह - नहीं है मरण पर्व
नहीं है मरण पर्व के बारे में कुछ खास बातें ...

संस्करण - प्रथम - 2003

प्रमुख कविताये ...

टाइटल कविता मरण पर्व के अलावा
भोपाल गैस कांड ,
दिल्ली ,
मेरा मध्यप्रदेश ,
२१ वीं सदी के लिए ,
भूख - भरे पेट की ,
किस आंधी का शोर हुआ है ,
आदमी ,
क्यों मौसम बेइमान हुआ है ,
बस्ती
साहित्यकार से एक परिचय ...

2 comments:

Udan Tashtari said...

आभार इस परिचय के लिए.

Unknown said...

इनका काव्यसंग्रह कहां मिल पायेगा सर जी